Mera Pani Meri Virasat Yojana : केवल 11 दिन शेष हैं, जल्दी से पंजीकरण करें, 10,000 रुपये की सहायता मिलेगी

Mera Pani Meri Virasat Yojana केवल 11 दिन शेष हैं, जल्दी से पंजीकरण करें, 10,000 रुपये की सहायता मिलेगी : मेरा पानी मेरी विरासत योजना ( Mera Pani Meri Virasat Yojana ) के तहत अब तक 1,13,885 किसान ( Farmer ) लाभान्वित हो चुके हैं। आप भी भविष्य के लिए पानी बचाने के अभियान में अपना योगदान दे सकते हैं। धान की खेती ( Paddy Farming ) छोड़ने पर जोर क्यों दे रही है सरकार?

जल संकट का सबसे ज्यादा असर कृषि क्षेत्र पर पड़ने वाला है, क्योंकि इस क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले पानी का 85 से 90 फीसदी हिस्सा है। ऐसे में आपको अभी से कम पानी वाली फसलों पर जोर देना होगा। क्या आप इसके लिए तैयार हैं? यदि हां, तो हरियाणा ( Haryana ) सरकार आपको इस अभियान से जुड़ने के लिए 10,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता भी देगी। लेकिन इसके लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना ( Mera Pani Meri Virasat Yojana ) के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 31 July है। यानी अब सिर्फ 11 दिन बचे हैं. अगर आप धान की खेती ( Paddy Farming ) के बजाय कृषि वानिकी अपनाते हैं और प्रति एकड़ 400 पेड़ लगाते हैं, तो आपको 10,000 रुपये मिलेंगे। जबकि मक्का, बाजरा और दलहन उगाने के लिए 7000 रुपये दिए जाएंगे। अगर पिछले साल आपके खेत में धान लगाया गया था और इस साल इसे खाली रखने पर आपको उतनी ही राशि मिलेगी।

Mera Pani Meri Virasat Yojana: एक किलो चावल पैदा करने में 3000 लीटर पानी लगता है

कृषि विशेषज्ञ प्रो. साकेत कुशवाहा के अनुसार धान सबसे अधिक पानी की खपत वाली फसलों में से एक है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एक किलो चावल के उत्पादन में 3000 लीटर पानी लगता है। इसलिए नीति आयोग ने भी ऐसी फसलों पर चिंता जताई है। हरियाणा ( Haryana ) एक प्रमुख चावल उत्पादक राज्य है। बावजूद इसके यहां की सरकार तत्काल लाभ की चिंता किए बिना इसकी फसल को हतोत्साहित कर रही है। इतना ही नहीं इसके बदले वह किसानों ( Farmer ) को पैसा भी दे रहा है। ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए पानी को बचाया जा सके।

कितने किसानों ने लिया लाभ

मेरा पानी मेरी विरासत योजना ( Mera Pani Meri Virasat Scheme ) के शुभारंभ के बाद से अब तक 1,13,885 किसानों ( Farmer ) ने इसका लाभ उठाया है। वर्तमान में किसान राज्य में 1,26,928 हेक्टेयर में धान की जगह दूसरी फसल लगा रहे हैं. पिछले साल इस योजना के तहत किसानों ने 96000 एकड़ में धान की जगह दूसरी फसल बोई थी।

मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के लाभ

धान की जगह मक्का, बाजरा और दलहन उगाने पर एमएसपी पर खरीद की गारंटी होगी. मुफ्त फसल बीमा ( Free Crop Insurance ) का लाभ भी मिलेगा। फसल बीमा का प्रीमियम सरकार देगी। सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र स्थापित करने पर कुल लागत का केवल जीएसटी देना होगा।

Mera Pani Meri Virasat Yojana लाभ कैसे प्राप्त करें?

मेरी फसल-मेरा विवरण ( Mera Pani Meri Virasat Yojana ) और मेरा जल-मेरी विरासत पोर्टल पर फसल की जानकारी दर्ज करनी होगी। यह जानकारी अपलोड करने के बाद विभाग सत्यापन करेगा। इसके बाद पात्र किसानों ( Farmer ) को प्रोत्साहन राशि जारी की जाएगी।

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